बार-नवापारा की अनुकूल परिस्थितियां, दुर्लभ काले हिरण की बढ़ रही आबादी
26-Nov-2025 2:22 PM
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 नवंबर। बार-नवापारा अभ्यारण्य में दुर्लभ काले हिरण (ब्लैकबक) की हाल ही में की गई गिनती के अनुसार यहां इनकी संख्या 200 से अधिक दर्ज की गई है।
वन विभाग के अनुसार 5 वर्ष पहले अभ्यारण्य क्षेत्र में 55-60 काले हिरण छोड़े गए थे। इसके बाद से इनकी संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है।
राज्य के लिए यह महत्वपूर्ण इसलिए माना जा रहा है कि 1980 के दशक में छत्तीसगढ़ के जंगलों में ब्लैकबक दिखाई नहीं देते थे। वन विभाग का कहना है कि वर्तमान वृद्धि के आधार पर आगे भी इनकी संख्या बढऩे की संभावना है।
वन विभाग के अनुसार भारत में पाए जाने वाले इस प्रजाति के नर ब्लैकबक में सर्पिल सींग और गहरे रंग की पीठ होती है, जबकि मादा का रंग अपेक्षाकृत हल्का होता है। यह प्रजाति खुले घास के मैदानी क्षेत्रों में पाई जाती है।
वन अधिकारियों के अनुसार अभ्यारण्य की जलवायु और घास वाले मैदान ब्लैकबक के लिए अनुकूल माने जा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर प्राकृतिक आवास सीमित होने के बावजूद ब्लैकबक यहां अनुकूलन कर रहे हैं।
इस संबंध में बलौदाबाजार के डीएफओ रणवीर धम्मशील का कहना है कि बार नवापारा में शिकार रोकने शिकारी पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा हैं। जंगल अब सुरक्षित है, इसलिए ब्लैकबक की संख्या भी अच्छी खासी बढ़ोतरी हो रही हैं। आगे भी इसकी संख्या बढ़ती रहे, इसके लिए प्रयास जारी हैं।
ये मान्यता और विवाद जुड़े
ज्ञात हो कि राजस्थान के बिश्नोई समाज में ब्लैकबक को संरक्षण दिए जाने की परंपरा है। लोक कथाओं में भी इस प्रजाति का उल्लेख मिलता है। ब्लैकबक उस समय चर्चा में आया था, जब अभिनेता सलमान खान पर इसके अवैध शिकार करने के आरोप लगे थे।



