डेस्क। VIDEO : रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप में 30 जुलाई 2025 को सुबह 4:54 बजे (भारतीय समयानुसार) 8.8 तीव्रता का भीषण भूकंप आया, जिसने न केवल रूस बल्कि जापान, हवाई, अलास्का और अन्य प्रशांत तटीय क्षेत्रों में सुनामी की लहरें उत्पन्न कर दीं। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र जमीन से 19.3 किलोमीटर नीचे और पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से 125 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण-पूर्व में था। इस भूकंप को 1952 के बाद क्षेत्र का सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जा रहा है, जिसकी तीव्रता शुरू में 8.7 मापी गई थी, लेकिन बाद में इसे 8.8 तक अपग्रेड किया गया।

इस प्राकृतिक आपदा ने रूस के कुरील द्वीप समूह और जापान के होक्काइडो तट पर 4 मीटर तक ऊँची सुनामी लहरें पैदा कीं, जिससे कई इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं और लोग दहशत में सड़कों पर भागे। रूस के आपातकालीन मंत्रालय ने बताया कि कामचटका में बिजली कटौती और मोबाइल सेवाएँ ठप होने के साथ-साथ कई लोगों को मामूली चोटें भी आईं। जापान में 30 सेंटीमीटर ऊँची सुनामी लहरें होक्काइडो के नेमुरो तट तक पहुँचीं, और टोक्यो में 20 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए।
इसी बीच, एक प्रेरणादायक घटना ने दुनिया का ध्यान खींचा। कामचटका के एक ऑन्कोलॉजी सेंटर में भूकंप के दौरान भी डॉक्टरों ने सर्जरी को नहीं रोका। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में दिखा कि 8.8 तीव्रता के भूकंप के तेज़ झटकों के बावजूद, सर्जरी रूम में डॉक्टर मरीज का ऑपरेशन करते रहे। वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि अस्पताल में उपकरण और सामान हिल रहे थे, लेकिन चिकित्सकों ने धैर्य और साहस के साथ सर्जरी पूरी की। रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की कि मरीज की हालत स्थिर है और वह सुरक्षित है। मंत्रालय ने डॉक्टरों के इस साहसिक कदम की प्रशंसा की, जिसे सोशल मीडिया पर भी खूब सराहा जा रहा है।
Doctors in Kamchatka kept calm during the powerful quake — and never stopped the surgery
They stayed with the patient until the end
The patient is doing well, according to the Health Ministry pic.twitter.com/swtdBFSpm5
— RT (@RT_com) July 30, 2025
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, “कामचटका के डॉक्टरों ने भूकंप के बीच सर्जरी पूरी कर एक मिसाल कायम की है।” एक अन्य पोस्ट में कहा गया, “यह वीडियो दिखाता है कि संकट के समय में भी मानवता और कर्तव्यनिष्ठा सर्वोपरि है।”
यह भूकंप रूस के कामचटका प्रायद्वीप के लिए इस महीने का पाँचवाँ बड़ा भूकंप था, जिसमें पहले 7.4 तीव्रता का भूकंप भी शामिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह क्षेत्र प्रशांत “रिंग ऑफ फायर” पर स्थित होने के कारण भूकंपीय गतिविधियों के लिए अत्यधिक संवेदनशील है।
रूस, जापान, हवाई, और अमेरिका के पश्चिमी तटों पर सुनामी चेतावनियाँ जारी की गई हैं, और राहत कार्य तेज़ी से चल रहे हैं। इस बीच, कामचटका के डॉक्टरों की यह कहानी न केवल साहस बल्कि मानवता के प्रति समर्पण का प्रतीक बनकर उभरी है।




