चेन्नई. प्रख्यात तमिल अभिनेता ‘दिल्ली’ गणेश का बीमारी के कारण यहां उनके आवास पर शनिवार देर रात निधन हो गया. उनके परिवार ने यह जानकारी दी. वह 80 वर्ष के थे. अभिनेता के बेटे महा दिल्ली गणेश ने पत्रकारों को बताया कि उनके पिता को उम्र संबंधी बीमारियां थीं और उनका उपचार हो रहा था.
तिरुनेलवेली के रहने वाले गणेश ने 400 से अधिक फिल्मों में विविध प्रकार की यादगार भूमिकाएं निभाईं. गणेश के अभिनय करियर की शुरुआत 1960 में हुई थी जब उन्होंने दिल्ली में नाटकों में छोटी-छोटी भूमिकाएं निभाईं. दिल्ली में उन्होंने एक दशक तक असैन्य पद पर भारतीय वायुसेना में काम किया था. बाद में, वह भारतीय वायुसेना की नौकरी से इस्तीफा देकर चेन्नई आ गए और अभिनेता ‘कथड़ी’ राममूर्ति की मंडली में शामिल हो गए. उन्होंने ‘डाउरी कल्याणम’ समेत कई नाटकों में अभिनय किया.
जब दिग्गज फिल्म निर्देशक के. बालचंदर ने 1977 में नाटक ‘पत्तिनाप्रेवसम’ पर आधारित एक फिल्म बनाई तो गणेश को सिनेमा जगत में काम करने का पहला अवसर मिला. इसके बाद से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और रजनीकांत, कमल हासन तथा विजयकांत समेत शीर्ष सितारों के साथ फिल्मों में शानदार मुख्य भूमिकाएं निभाईं.
‘माइकल मदाना कामराजन’ और ‘एव्वई षणमुगी’ समेत कमल हासन की फिल्मों में गणेश की भूमिकाएं खूब पसंद की गईं. उन्होंने हासन की ब्लॉकबास्टर फिल्म ‘अबूर्वा सगोथारारगल’ (हिंदी में अप्पू राजा) में खलनायक की भी यादगार भूमिका निभाई. मंच पर नाटकों में गणेश के अभिनय ने संवाद अदायगी के मामले में उन्हें फिल्म जगत में मजबूत पहचान दी और चार दशकों के अपने करियर में उन्होंने 400 से अधिक फिल्मों में विविध प्रकार की भूमिकाएं निभाईं. वह वेब सीरीज में भी काफी सक्रिय रहे.
उन्हें तमिलनाडु सरकार के कलाईममानी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. चूंकि वह लंबे समय तक दिल्ली में रहे तो सिनेमा में आने पर इस शहर का नाम उनके नाम के आगे जुड़ गया. मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने गणेश के निधन पर शोक जताया और कहा कि यह तमिल सिनेमा उद्योग के लिए ”बड़ी क्षति” है. उन्होंने विभिन्न फिल्मों में अदा की गईं उनकी भूमिकाओं को भी याद किया.