कांकेर,भानुप्रतापपुर । CG NEWS: जिले के भानुप्रतापपुर क्षेत्र में इन दिनों अवैध रेत उत्खनन और भंडारण का कारोबार बेखौफ चल रहा है। भानुप्रतापपुर विधानसभा अंतर्गत ग्राम कोंडरूज में नदी से अवैध रेत खनन और परिवहन की शिकायतें लगातार सामने आ रही थीं।
शिकायतों की पड़ताल के लिए ग्रैंड न्यूज़ की टीम जब कोंडरूज गांव की नदी पहुंची, तो नदी से कुछ दूरी पर भारी मात्रा में रेत डंप मिली। वहीं नदी के भीतर चेन माउंटेन मशीन के चक्कों के स्पष्ट निशान पाए गए, जिससे बड़े पैमाने पर रेत निकासी की पुष्टि होती है। इस अवैध खनन की जानकारी 17 दिसंबर को जिला माइनिंग अधिकारी सनत साहू को मोबाइल के माध्यम से दी गई थी।
उस समय उन्होंने मामले की जानकारी नहीं होने की बात कही और जांच की बात कही गई, लेकिन मौके पर तत्काल कोई कार्रवाई नहीं हुई।इसके बाद 22 दिसंबर को दोबारा सूचना मिलने पर माइनिंग अधिकारी ने जांच टीम भेजने की बात कही। जब ग्रैंड न्यूज़ की टीम नदी की ओर बढ़ी, तो रास्ते में माइनिंग विभाग की टीम जरूर मिली, लेकिन इसके बाद अधिकारियों ने न तो फोन उठाया और न ही मीडिया को किसी प्रकार की जानकारी देना उचित समझा।
मौके पर रेत भंडारण से संबंधित कोई वैध अनुमति बोर्ड मौजूद नहीं था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि रेत डंप नियमों के तहत नहीं किया गया। इसके बावजूद माइनिंग विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई। ग्रैंड न्यूज़ की टीम को मौके पर चेन माउंटेन का ऑपरेटर भी मिला, जिसने कैमरे पर स्वीकार किया की चैन माउंटेन से हाइवा में रेत परिवहन किया जाता है ।
जो अवैध खनन की ओर इशारा करता है। इस पूरे घटनाक्रम ने माइनिंग विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कब जिला माइनिंग अधिकारी सनत साहू ग्रैंड न्यूज़ के सवालों का जवाब देंगे और यह स्पष्ट करेंगे कि कोंडरूज में अवैध रेत उत्खनन पर उन्होंने अब तक क्या कार्रवाई की है और क्यों नहीं की गई। यदि 17 से 22 दिसंबर के बीच अवैध रूप से रेत निकाली गई है, तो शासन को रॉयल्टी के रूप में हुए नुकसान की जवाबदेही तय होना आवश्यक है। अब निगाहें जिला माइनिंग अधिकारी सनत साहू की कार्रवाई पर टिकी हैं।




