इंदौर. दूरसंचार सेवा प्रदाता भारती एयरटेल ने बुधवार को कहा कि उसने कृत्रिम मेधा (एआई) से लैस अपने नये तंत्र की मदद से मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सर्कल में महज 12 दिन में 5.70 करोड़ संभावित ‘स्पैम कॉल’ की पहचान की है. भारती एयरटेल के मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सर्कल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रितेश अग्रवाल ने इंदौर में संवाददाता सम्मेलन में बताया, ”हमने एआई से लैस अपने नये तंत्र की मदद से मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में 12 दिन में 5.70 करोड़ संभावित स्पैम कॉल की पहचान की है. इस तंत्र के जरिये 13 लाख संभावित स्पैम एसएमएस का भी पता चला है.”
अग्रवाल के मुताबिक भारती एयरटेल का यह अत्याधुनिक तंत्र करीब 97 प्रतिशत सटीकता के साथ संभावित स्पैम कॉल और स्पैम एसएमएस की पहचान करता है. उन्होंने एक अनुमान के हवाले से बताया कि हर रोज 60 प्रतिशत ग्राहकों के पास तीन या इससे ज्यादा स्पैम कॉल आते हैं, जबकि 90 प्रतिशत ग्राहकों को कोई न कोई स्पैम एसएमएस आता है. अग्रवाल ने कहा कि भारती एयरटेल के नये तंत्र की मदद से दोनों राज्यों में कंपनी के करीब 1.60 करोड़ ग्राहकों को न केवल अवांछित कॉल और एसएमएस से मुक्ति मिलेगी, बल्कि वे साइबर ठगों के जाल में फंसने से भी बच सकते हैं.