जगदलपुर। CG Politics : झीरम घाटी नक्सली घटना को लेकर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है। जांजगीर-चांपा में बीजेपी के एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा द्वारा कांग्रेस नेताओं पर लगाए गए आरोपों को लेकर मंगलवार को पीसीसी चीफ दीपक बैज ने जगदलपुर स्थित कांग्रेस के राजीव भवन में प्रेस वार्ता की।
दीपक बैज ने कहा कि जेपी नड्डा का बयान स्तरहीन और आपत्तिजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह के बयान से झीरम कांड में शहीद हुए नेताओं और उनके परिवारों का अपमान हुआ है। बैज ने मांग की कि जेपी नड्डा शहीद परिवारों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
पीसीसी चीफ ने कहा कि झीरम घाटी की घटना के समय प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी और डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री थे। उस समय कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा चल रही थी, जिसका नक्सलियों ने विरोध भी किया था। इसके बावजूद यात्रा को सुरक्षा क्यों दी गई और सुकमा क्षेत्र में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं की गई, यह बड़ा सवाल है।
दीपक बैज ने यह भी कहा कि झीरम में घटना से करीब 15 दिन पहले नक्सलियों का जमावड़ा शुरू हो गया था, फिर भी सरकार की IB और LIB जैसी खुफिया एजेंसियां समय रहते सतर्क क्यों नहीं हुईं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार को घटना की जानकारी थी, फिर भी सत्ता के लालच में इसे होने दिया गया।
दीपक बैज ने झीरम कांड को टारगेट किलिंग और सुपारी किलिंग करार देते हुए कहा कि उस समय जेपी नड्डा छत्तीसगढ़ के प्रभारी थे। अगर उनके पास इस घटना से जुड़ी कोई जानकारी है, तो उसे सार्वजनिक करना चाहिए।
प्रेस वार्ता के अंत में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने जेपी नड्डा और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नार्को टेस्ट की मांग की। इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।




