सक्ति। CG NEWS: जैजैपुर ब्लॉक से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां एशियन डेवलपमेंट बैंक यानी एडीबी द्वारा बनाई गई सड़क में अधिग्रहित जमीन का मुआवजा आज तक किसान को नहीं मिला है।
बोड़सरा गांव के रहने वाले किसान बहरता यादव की करीब 5 डिसमिल जमीन सड़क निर्माण में चली गई, लेकिन बीते 6 वर्षों से मुआवजा नहीं मिलने से पीड़ित परिवार दर-दर भटकने को मजबूर है।
मुआवजा न मिलने से आक्रोशित किसान और उसके परिजनों ने जैजैपुर–मालखरौदा मार्ग पर मकान निर्माण शुरू कर दिया, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया।
मामला ग्राम बोड़सरा का है, जहां खसरा क्रमांक 334/3 और 358/2 की कुल 5 डिसमिल जमीन एशियन डेवलपमेंट बैंक के सड़क निर्माण में अधिग्रहित की गई थी।
पीड़ित परिवार ने तहसीलदार, एसडीएम से लेकर जिला कलेक्टर तक कई बार आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर द्वारा एडीबी प्रबंधन को पत्र भी लिखा गया, लेकिन एडीबी प्रबंधन ने हैरान करने वाला जवाब देते हुए मामले की जानकारी से ही इनकार कर दिया।
लगातार अनदेखी से नाराज होकर पीड़ित परिवार ने विरोध स्वरूप सड़क पर मकान निर्माण शुरू कर दिया।
सूचना मिलते ही तहसीलदार और जैजैपुर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और समझाइश देकर स्थिति को शांत कराया।
पीड़ित परिवार का कहना है कि जब एडीबी प्रबंधन जिला कलेक्टर की बात नहीं मान रहा, तो आम किसान की कौन सुनेगा।
इस पूरे मामले में एडीबी विभाग और सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार की लापरवाही साफ तौर पर सामने आ रही है, जहां एक किसान अपनी जमीन खोने के बाद भी मुआवजे के लिए 6 साल से संघर्ष कर रहा है।
अब सवाल यह है कि आखिर कब मिलेगा पीड़ित किसान को उसका हक!




