दंतेवाड़ा से कुआकोंडा गांव जैसे सुदूर आदिवासी क्षेत्रों में ड्रोन की मदद से रक्त आपूर्ति, तकनीकी प्रगति और जन-सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण है। इस तरह की पहल न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को जन-जन तक बढ़ा रही है, बल्कि आधुनिक तकनीक को ग्रामीण विकास का हिस्सा बनाकर जीवनरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हो रही है।
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