मुंबई. स्थानीय शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही. तेल एवं गैस और दैनिक उपयोग का उपभोक्ता सामान बनाने वाली कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से सेंसेक्स 33.49 अंक के मामूली नुकसान में रहा. बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 33.49 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,266.29 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 84,648.40 अंक तक गया जबकि नीचे में 84,098.94 अंक तक आया.
यह शेयर बाजारों में गिरावट का लगातार तीसरा सत्र रहा. इन तीन सत्रों में सेंसेक्स ने कुल 1,570 अंक यानी करीब दो प्रतिशत और निफ्टी ने 419 अंक यानी 1.6 प्रतिशत का नुकसान उठाया है. चीन में अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिए पैकेज घोषित होने के बाद से भारतीय बाजारों में गिरावट है. सेंसेक्स की 30 कंपनियों में इंडसइंड बैंक में सर्वाधिक 2.68 प्रतिशत की गिरावट रही. इसके अलावा एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एनटीपीसी प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं.
दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और भारतीय स्टेट बैंक शामिल हैं. जियोजीत फाइनेंशियल र्सिवसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”चीन के केंद्रीय बैंक की हाल में घोषित प्रोत्साहक नीतियों से विदेशी कोष उच्च मूल्यांकन वाले भारतीय बाजार की जगह चीन का रुख करने लगे हैं. इसके साथ जापान में राजनीतिक बदलावों के बाद बैंक ऑफ जापान भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है. इसका घरेलू बाजार पर अल्पावधि में असर देखा जा सकता है.”
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 9,791.93 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे जबकि घरेलू स्थागत निवेशकों ने 6,645.80 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की. व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.56 प्रतिशत की बढ़त पर रहा. वहीं मिडकैप में 0.27 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई.
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की लाभ में रहा. दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का बाजार मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश के कारण बंद रहे. चीन के बाजार अवकाश के कारण पूरे सप्ताह बंद रहेंगे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में कारोबार मिला-जुला रहा. अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त में रहे थे. देश के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियां कारखाना उत्पादन, बिक्री तथा नए निर्यात ऑर्डर में धीमी वृद्धि से सितंबर में आठ महीने के निचले स्तर पर आ गईं. मंगलवार को एक मासिक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई.
मौसमी रूप से समायोजित ‘एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक’ (पीएमआई) सितंबर में 56.5 रहा जो अगस्त में 57.5 था. पीएमआई के तहत 50 से ऊपर का मतलब उत्पादन गतिविधियों में विस्तार है जबकि 50 से नीचे का आंकड़ा गिरावट को दर्शाता है.
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 70.51 डॉलर प्रति बैरल रहा. बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 1,272.07 अंक लुढ़का था जबकि निफ्टी में 368.10 अंक की बड़ी गिरावट आई थी. ‘गांधी जयंती’ के अवसर पर बुधवार को सार्वजनिक अवकाश रहने से शेयर बाजारों में कारोबार बंद रहेगा.