मुंबई. पश्चिमी एशिया में बढ़ते तनाव और जापानी बाजार में कमजोर रुख के बीच सोमवार को घरेलू शेयर बाजारों में दिग्गज कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का जोर रहने से बड़ी गिरावट आई. सेंसेक्स 1,272 अंक फिसल गया जबकि निफ्टी ने 368 अंक का गोता लगाया.
विश्लेषकों ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक में भारी बिकवाली के अलावा विदेशी पूंजी की निकासी होने से भी बाजार में गिरावट रही. बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 1272.07 अंक यानी 1.49 प्रतिशत लुढ़क कर 84,299.78 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 1,314.71 अंक तक फिसलकर 84,257.14 पर आ गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 368.10 अंक यानी 1.41 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 25,810.85 अंक पर बंद हुआ. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, “निफ्टी के लिए पिछले दो महीनों का सबसे खराब दिन रहा. एशियाई बाजारों में कमजोरी, पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और चीन सरकार के प्रोत्साहन वाले कदमों से विदेशी पूंजी के चीन का रुख करने की आशंका से बाजार को तगड़ा झटका लगा.” सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज और एक्सिस बैंक के शेयरों में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई. इनके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, नेस्ले, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी, बजाज फिनसर्व, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और टाटा मोटर्स में भी गिरावट का रुख रहा.
दूसरी तरफ जेएसडब्ल्यू स्टील, एनटीपीसी, टाटा स्टील, टाइटन और एशियन पेंट्स के शेयरों में तेजी दर्ज की गई. जियोजीत फाइनेंशियल र्सिवसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक जोखिम बढ़ने के खतरे और जापानी मुद्रा येन की दरों में बढ़ोतरी से वैश्विक बाजारों में उठापटक की स्थिति रही. इसके उलट चीन के बाजार में बड़े प्रोत्साहन पैकेज से सुधार का रुख रहा.” नायर ने कहा कि वैश्विक बाजारों के दबाव और उच्च मूल्यांकन की वजह से भारतीय बाजार भी गिरावट पर रहे.
बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.28 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि स्मालकैप सूचकांक 0.07 प्रतिशत की मामूली बढ़त लेने में सफल रहा. क्षेत्रवार सूचकांकों में वाहन खंड में सर्वाधिक 1.91 प्रतिशत, बैंक खंड में 1.82 प्रतिशत एवं रियल्टी खंड में 1.80 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. वहीं धातु और जिंस खंडों में बढ़त रही.
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट एवं हांगकांग के हैंगसेंग में तेजी का रुख देखने को मिला. जापान का मानक सूचकांक निक्की 225 करीब पांच प्रतिशत तक लुढ़क गया. इसके उलट शंघाई कंपोजिट में आठ प्रतिशत का बड़ा उछाल देखा गया.
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने जमकर बिकवाली की. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने शुक्रवार को 1,209.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की. इस बीच वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.19 प्रतिशत गिरकर 71.84 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.