आईटी, बैंक शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स 592 अंक चढ़ा, निफ्टी 25,000 अंक के पार गया

आईटी, बैंक शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स 592 अंक चढ़ा, निफ्टी 25,000 अंक के पार गया आईटी, बैंक शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स 592 अंक चढ़ा, निफ्टी 25,000 अंक के पार गया

मुंबई. वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख के बीच सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और बैंक शेयरों में लिवाली से बीएसई सेंसेक्स में सोमवार को करीब 592 अंक की तेजी आई. एनएसई निफ्टी भी बढ़त के साथ 25,000 अंक के पार निकल गया. तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 591.69 अंक यानी 0.73 प्रतिशत उछलकर 81,973.05 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 690.81 अंक तक चढ़ गया था.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 163.70 अंक यानी 0.66 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,127.95 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 195.5 अंक तक चढ़ गया था. सेंसेक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, आईटीसी, इन्फोसिस, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, टाइटन और एचसीएल टेक्नोलॉजीज लाभ में रहे. दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में मारुति सुजुकी इंडिया, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले इंडिया, एक्सिस बैंक और टाटा कंसल्टेंसी र्सिवसेज (टीसीएस) शामिल हैं.

बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण करीब 1.35 लाख करोड़ रुपये चढ़कर 4,63,62,781.71 रुपये पर पहुंच गया.
जियोजीत फाइनेंशियल र्सिवसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”कच्चे तेल की कीमतों में कमी आई है और ऐसा लगता है कि कंपनियों के हल्के तिमाही परिणामों को निवेशक पहले ही मानकर चल रहे हैं. इसके साथ भारतीय बाजार मजबूती दिखा रहा है. आईटी और वित्तीय क्षेत्र के शेयरों में निवेशकों की रुचि दिख रही है. इसका कारण हाल में इन शेयरों के भाव में आई कमी है.”

मझोली कंपनियों से जुड़ा बीएसई मिडकैप 0.28 प्रतिशत चढ़ा जबकि छोटी कंपनियों से जुड़ा स्मॉलकैप सूचकांक 0.06 प्रतिशत मजबूत हुआ. मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे, ”कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट से बाजार को गति मिली. बैंक, आईटी और रियल्टी शेयरों में तेजी के साथ बाजार लाभ में रहा.” उन्होंने कहा, ”चूंकि एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) बाजार से पैसा निकाल रहे हैं, ऐसे में बाजार में इस तेजी से कोई मजबूत धारणा बनती संभवत: नहीं दिख रही है. इसका एक और कारण पश्चिम एशिया में जारी तनाव है, जिससे निवेशकों के बीच अनिश्चितता बढ़ी है.”

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे, जबकि हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट आई. यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में मिला-जुला रुख रहा. अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट शुक्रवार को बढ़त में रहा था. इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.05 डॉलर प्रति बैरल रहा. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 4,162.66 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे. जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 3,730.87 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.

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