नई दिल्ली: TOI Cartoon: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए पूर्व नेतृत्व की आलोचना करने के लिए आर.के. लक्ष्मण के एक प्रसिद्ध कार्टून का उदाहरण दिया। इस कार्टून में 21वीं सदी की महत्वाकांक्षाओं को दर्शाने वाला एक हवाई जहाज लकड़ी की गाड़ी पर रखा हुआ दिखाया गया था, जिसे मजदूर धकेल रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे उद्धृत करते हुए कहा कि यह कार्टून इस बात को दर्शाता है कि पिछली सरकारें वास्तविकता से कितनी दूर थीं। एनडीए सांसदों ने इस पर हंसी और विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी। प्रधानमंत्री के बयान पर कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि मोदी इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं और वर्तमान चुनौतियों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे हैं। विपक्ष का कहना था कि सरकार को जनता के मौजूदा मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए न कि अतीत की बहस को फिर से तूल देना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “एक पीएम थे जो लगातार 21वीं सदी की बात करते थे, उस वक्त आरके लक्ष्मण ने एक दिलचस्प कार्टून बनाया था। वह कार्टून उस समय मजेदार लगा था, लेकिन बाद में यह सच साबित हो गया। कार्टून में पायलट के साथ एक हवाई जहाज दिखाया गया, जो ठेले पर रखा हुआ था और उसे मजदूर धकेल रहे थे, जिस पर ’21वीं सदी’ लिखा था। उस वक्त यह मजाक सा लगता था, लेकिन आज यह सच हो गया। यह कार्टून इस बात का प्रतीक था कि प्रधानमंत्री की बातें ‘हवा हवाई’ और वास्तविकता से कितनी दूर थीं।”
यह कार्टून उस समय पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के आधुनिकीकरण के प्रयासों पर कटाक्ष के रूप में देखा जा रहा था, जो 1980 के दशक में भारत के विकास के पक्षधर थे। लक्ष्मण ने अपने कार्टून के माध्यम से यह दर्शाया था कि तकनीकी विकास का लाभ आम जनता तक सीमित रूप में ही पहुंच सका था।
TOI Cartoon: पीएम मोदी ने आगे कहा, “जब मैं पिछले दस वर्षों में पीछे मुड़कर देखता हूं, तो मुझे गहरी पीड़ा होती है कि जो काम दशकों पहले हो जाना चाहिए था, उसे हमने 40-50 साल देर से किया। जब लोगों ने हमें सेवा करने का मौका दिया, तो हमने युवा आकांक्षाओं को पूरा करने, नए अवसर पैदा करने और कई क्षेत्रों को खोलने पर ध्यान केंद्रित किया। इसका परिणाम यह हुआ कि आज भारत के युवा वैश्विक मंच पर अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने आयकर छूट के बारे में भी बात की, कहा, “2014 से पहले बम धमाकों और गोलीबारी ने नागरिकों का जीवन कठिन बना दिया था, लेकिन हमने धीरे-धीरे उन प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण की दिशा में काम किया। 2013-14 में आयकर छूट की सीमा केवल दो लाख थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 12 लाख रुपये कर दिया गया है, जिससे कर में राहत मिलेगी।”
यह कार्टून उस समय पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के आधुनिकीकरण के प्रयासों पर कटाक्ष के रूप में देखा जा रहा था, जो 1980 के दशक में भारत के विकास के पक्षधर थे। लक्ष्मण ने अपने कार्टून के माध्यम से यह दर्शाया था कि तकनीकी विकास का लाभ आम जनता तक सीमित रूप में ही पहुंच सका था।
TOI Cartoon: पीएम मोदी ने आगे कहा, “जब मैं पिछले दस वर्षों में पीछे मुड़कर देखता हूं, तो मुझे गहरी पीड़ा होती है कि जो काम दशकों पहले हो जाना चाहिए था, उसे हमने 40-50 साल देर से किया। जब लोगों ने हमें सेवा करने का मौका दिया, तो हमने युवा आकांक्षाओं को पूरा करने, नए अवसर पैदा करने और कई क्षेत्रों को खोलने पर ध्यान केंद्रित किया। इसका परिणाम यह हुआ कि आज भारत के युवा वैश्विक मंच पर अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने आयकर छूट के बारे में भी बात की, कहा, “2014 से पहले बम धमाकों और गोलीबारी ने नागरिकों का जीवन कठिन बना दिया था, लेकिन हमने धीरे-धीरे उन प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण की दिशा में काम किया। 2013-14 में आयकर छूट की सीमा केवल दो लाख थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 12 लाख रुपये कर दिया गया है, जिससे कर में राहत मिलेगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने 10,000 टिंकरिंग लैब्स स्थापित किए हैं, और आज इन लैब के छात्र अपने रोबोटिक्स नवाचारों से सभी को हैरान कर रहे हैं। इस बजट में छात्रों में नवाचार और रचनात्मकता को और बढ़ाने के लिए 50,000 नई टिंकरिंग लैब्स स्थापित करने का प्रावधान किया गया है।